एक तरफ जहां कोरोना का कहर दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, वहीं कोरोना वैक्सीन की भी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। भारत की बात करें तो यहां भी कोरोना वैक्सीन के निर्माण और वितरण की रणनीति पर काम हो रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीके के निर्माण पर नज़र रख रहे हैं। इसी संबंध में प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के टीके को विकसित कर रही और उसका विनिर्माण कर रही तीन टीमों के साथ सोमवार को एक ऑनलाइन बैठक की ।
मोदी ने कंपनियों को सुझाव दिया कि वे लोगों को कोविड-19 टीके के प्रभावी होने समेत इससे जुड़े अन्य मामलों को सरल भाषा में सूचित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें ।
मोदी ने कंपनियों से विनियामक प्रक्रिया पर सुझाव देने की बात कहते हुए, सम्बंधित विभागों को मुद्दे सुलझाने के लिए उनके साथ काम करने की भी सलाह दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक ट्वीट में बताया था कि मोदी ‘जेनोवा बायोफार्मा’, ‘बायोलॉजिकल ई’ और ‘डॉ रेड्डीज’ की टीमों के साथ बैठक करेंगे।
पीएमओ ने कहा था, " प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड-19 का टीका विकसित करने में शामिल तीन टीमों से कल, 30 नवम्बर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत करेंगे। जिन टीमों से वह बात करेंगे उनमें जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ रेड्डीज शामिल हैं।"
मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे की यात्रा भी की थी। उन्होंने इन शहरों में कोरोना वायरस टीके के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की थी।