देश में इस समय सबसे अधिक कोरोना वायरस का कहर राजधानी दिल्ली में टूट रहा है, हांलाकि पिछले एक-दो दिनों से संक्रमण की रफ्तार में कुछ कमी आई है, जिसकी वजह से दिल्ली सरकार भी रहात की सांस ले रही है. इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री ने यह एलान किया है कि अब प्राइवेट जांच घरों में कोरोना टेस्ट की न्यूनतम दर तय की जाएगी.
7 नवंबर के बाद पिछले 24 घंटे में राजधानी में सबसे कम 68 मौत दर्ज की गई. इसके अलावा लगातार दूसरे दिन नए मरीजों का आंकड़ा 5 हजार से नीचे दर्ज हुआ है. दिल्ली में कुल कोरोना मामले साढ़े 5 लाख से ज्यादा हैं, इसमें से एक्टिव मरीजों की संख्या 35 हजार के करीब है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के लोगों से लगातार सावधानी बरतने की अपील की है. इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में RTPCR टेस्ट रेट को कम करने का आदेश दिया गया है. सरकारी संस्थाओं में कोरोना टेस्ट फ्री में हो रहा है, लेकिन प्राइवेट संस्थानों में टेस्ट रेट में कमी से संक्रमण को कम किया जा सकता है.
अस्पतालों में खाली हुए बेड्स
दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों का दबाव कुछ दिनों से लगातार कम हो रहा है. मरीजों की संख्या में कमी आने से अस्पतालों में 30 फीसदी आईसीयू बेड खाली हैं. जानकारी के मुताबिक 134 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 18691 बेड्स में से 10447 बेड खाली हैं.
कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट
राजधानी दिल्ली में रविवार को लगातार दूसरे दिन पॉजिटिविटी रेट 8% के नीचे रहा. दिल्ली में रिकवरी रेट 92.2% तक पहुंचा तो एक्टिव मरीज 6.19% रह गए हैं. इस बीच डेथ रेट 1.6% है. दिल्ली में अब तक कुल 62,37,395 टेस्ट हो चुके हैं.